ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे ।
इस मन्त्र के बिना देवी से संबंधित का कोई भी अनुष्ठान सफल एवं सिद्ध नहीं हो पाता ।
देवी के मन्त्र जाप के समय शुद्ध एवं पवित्र रहें ।
देवी के मन्त्र जाप में रुद्राक्षकी माला एवं रात्रि का समय उचित है।
देवी के मन्त्र जाप के समय शुद्ध एवं पवित्र रहें ।
देवी के मन्त्र जाप में रुद्राक्षकी माला एवं रात्रि का समय उचित है।
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1 comment:
धन्यवाद | मुझे देवी सप्तशती पाठ ढूँढते ये site\blog मिला | बहुत अच्छा लगा | खूब आभार |
ओम् नमः शिवाय
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